
चेन्नई: 2026 तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। इसी क्रम में अभिनेता और तमिलागा वेत्री कझगम (TVK) के नेता विजय ने बिहार में जन सुराज पार्टी के प्रमुख और जाने-माने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाकात की। यह बैठक 10 फरवरी को विजय के चेन्नई स्थित आवास पर हुई और करीब दो घंटे तक चली।
बैठक का मकसद क्या था?
इस बैठक में आधव अर्जुना, पुसी आनंद और जॉन आरोकीसामी भी मौजूद थे, लेकिन अंतिम 15-20 मिनटों में चर्चा केवल विजय, प्रशांत किशोर और आधव अर्जुना के बीच हुई। इस दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि अब भी लोग उन्हें सिर्फ चुनावी रणनीतिकार मानते हैं, जबकि वे अब जन सुराज पार्टी के नेता हैं और बिहार की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने विजय को सलाह दी कि TVK को सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए स्पष्ट रणनीति और ठोस फैसलों की जरूरत होगी।
क्या AIADMK और TVK के बीच गठबंधन की संभावना है?
हाल के दिनों में यह खबरें आई थीं कि प्रशांत किशोर 2026 विधानसभा चुनाव के लिए AIADMK की चुनावी रणनीति बना सकते हैं। ऐसे में विजय के साथ उनकी मुलाकात को AIADMK और TVK के संभावित गठबंधन से जोड़ा जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो प्रशांत किशोर ने विजय को सुझाव दिया कि वे फिलहाल किसी भी गठबंधन को लेकर सार्वजनिक बयान न दें। उन्होंने आगाह किया कि DMK उनके रुख को समझने की कोशिश करेगी, इसलिए अभी संयम बरतना ही सही होगा।
बैठक के पीछे आधव अर्जुना की भूमिका
इस मुलाकात की पटकथा आधव अर्जुना ने लिखी थी। हाल ही में वे TVK के महासचिव बने हैं। 16 जनवरी को उन्होंने पटना में प्रशांत किशोर से मुलाकात की थी, जिसके बाद विजय और प्रशांत किशोर के बीच यह महत्वपूर्ण बैठक संभव हो पाई।
प्रशांत किशोर की रणनीति: क्या तमिलनाडु में कोई बड़ा दांव खेला जा रहा है?
प्रशांत किशोर के AIADMK के लिए काम करने की अटकलों के बीच यह सवाल उठता है कि क्या वे TVK को भी इसी गठबंधन में शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं?
या फिर यह बैठक सिर्फ TVK की स्वतंत्र चुनावी रणनीति को लेकर थी?
क्या विजय की पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी?
विजय की तमिलागा वेत्री कझगम (TVK) ने तमिलनाडु की राजनीति में नई हलचल मचा दी है। हालांकि, बड़ी पार्टियों के साथ गठबंधन या स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला करना अभी बाकी है।
अब देखने वाली बात होगी कि क्या विजय किसी गठबंधन में शामिल होते हैं या अपनी पार्टी को अकेले आगे बढ़ाने का फैसला करते हैं? प्रशांत किशोर की सलाह के बाद क्या TVK तमिलनाडु की राजनीति में एक बड़ी ताकत बन पाएगी? इन सभी सवालों के जवाब आने वाले दिनों में सामने आ सकते हैं।







