फ्रांस में अपने तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन प्रधानमंत्री मोदी पेरिस के बाद देश में दूसरे भारतीय वाणिज्य दूतावास का शुभारंभ करेंगे।

मार्से (फ्रांस): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को फ्रांस के ऐतिहासिक शहर मार्से पहुंचे, जहां उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के साहसिक पलायन प्रयास को याद किया। यह उनकी तीन दिवसीय फ्रांस यात्रा का अंतिम दिन था। इस दौरान उन्होंने फ्रांस में भारत के दूसरे वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया। फ्रांस यात्रा के बाद 13 फरवरी को वे अमेरिका के दौरे पर जाएंगे।
आज के प्रमुख कार्यक्रम
अपने दौरे के अंतिम दिन पीएम मोदी ने भारत-फ्रांस संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से कई अहम कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उन्होंने मार्सेग्ज़ वॉर सेमेट्री में जाकर प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा, वे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर (ITER) परियोजना के दौरे पर भी गए। यह परियोजना परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में एक वैश्विक प्रयोग है और भारत भी इसमें अहम भागीदार है।
वीर सावरकर और फ्रांस का ऐतिहासिक जुड़ाव
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में मार्से के नागरिकों और फ्रांसीसी स्वतंत्रता समर्थकों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान वीर सावरकर के समर्थन में आवाज उठाई थी।
जुलाई 1910 में जब ब्रिटिश हुकूमत सावरकर को जहाज ‘मोरेया’ से भारत ले जा रही थी, तब उन्होंने एक साहसिक पलायन का प्रयास किया। सावरकर ने जहाज की खिड़की से छलांग लगाकर समुद्र में तैरते हुए मार्से के तट पर पहुंचने की कोशिश की। हालांकि, उन्हें फ्रांसीसी अधिकारियों ने पकड़कर दोबारा ब्रिटिश सरकार को सौंप दिया। इसके बाद उन्हें काला पानी की सजा सुनाई गई और वे अंडमान-निकोबार की कुख्यात सेल्युलर जेल में कैद कर दिए गए।
मंगलवार को हुई अहम बैठकें
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने मंगलवार को AI एक्शन समिट और 14वें भारत-फ्रांस CEO फोरम में हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा,
“यह सिर्फ एक व्यापारिक बैठक नहीं है, बल्कि भारत और फ्रांस के श्रेष्ठ दिमागों का संगम है। हम नवाचार, सहयोग और प्रगति के नए आयाम गढ़ रहे हैं।”
उन्होंने भारत-फ्रांस साझेदारी को मजबूत और भरोसेमंद संबंधों का उदाहरण बताते हुए कहा कि दोनों देश लोकतांत्रिक मूल्यों, नवाचार और जनसेवा के साझा सिद्धांतों पर आधारित हैं।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे डी वेंस और उनकी भारतीय मूल की पत्नी उषा वेंस से भी मुलाकात की। इसके अलावा, पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से भी बातचीत की।
मार्से का महत्व
मार्से फ्रांस का प्रमुख व्यापारिक केंद्र है और भारत-फ्रांस व्यापार संबंधों का महत्वपूर्ण द्वार माना जाता है। भूमध्य सागर के किनारे स्थित यह शहर इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEC) का भी प्रमुख हिस्सा है, जो भविष्य में भारत, मध्य पूर्व और यूरोप के बीच व्यापारिक गतिविधियों को और गति देगा।
पीएम मोदी की यह यात्रा भारत-फ्रांस संबंधों को नए स्तर पर ले जाने वाली साबित हुई। उन्होंने न केवल भारत के इतिहास के एक महत्वपूर्ण अध्याय को पुनर्जीवित किया, बल्कि आर्थिक, वैज्ञानिक और रणनीतिक सहयोग को भी नई दिशा दी। फ्रांस दौरे के बाद अब वे अमेरिका की यात्रा पर रवाना होंगे, जहां कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय चर्चाएं प्रस्तावित हैं।







