पुणे सिटी पुलिस ने शिरूर तालुका के गुणाट गांव से दत्तात्रय गाडे को गिरफ्तार कर लिया है। इस अभियान में 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी जुटे थे। गाडे पर स्वरगेट बस स्टैंड में एक स्वास्थ्य परामर्शदाता के साथ दुष्कर्म का आरोप था। उसकी तलाश में ड्रोन कैमरों और डॉग स्क्वॉड की मदद ली गई, साथ ही सूचना देने वालों के लिए इनाम भी घोषित किया गया था।
पुणे: पुणे पुलिस ने शुक्रवार तड़के 1:30 बजे शिरूर तालुका के गुणाट गांव से दत्तात्रय गाडे को गिरफ्तार कर लिया। वह गन्ने के खेत में छिपा हुआ था, लेकिन जैसे ही पुलिस ने उसे घेर लिया, वह बाहर आ गया और तुरंत हिरासत में ले लिया गया। गाडे को पकड़ने के लिए 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की टीम जुटी थी और पुलिस ने ड्रोन कैमरों और डॉग स्क्वॉड की मदद ली थी।
दो दिन से फरार था, गांव में होने की मिली थी जानकारी
गाडे पर मंगलवार सुबह 5:30 बजे स्वरगेट बस स्टैंड पर खड़ी शिवशाही बस में एक महिला स्वास्थ्य परामर्शदाता से दुष्कर्म का आरोप है। वारदात के बाद से ही वह फरार था। पुलिस को बुधवार शाम उसके गांव में छिपे होने की सूचना मिली, जिसके बाद उसे पकड़ने के लिए विशेष ऑपरेशन शुरू किया गया। इस दौरान 8 पुलिस टीमें बनाई गईं, और उसकी गिरफ्तारी में मदद करने वाले को 1 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा भी की गई थी।
परिवार और करीबियों से पूछताछ जारी
गाडे को इतने दिनों तक कहां-कहां शरण मिली और उसे किसी ने मदद दी या नहीं, इसका पता लगाने के लिए पुलिस ने उसके भाई को हिरासत में लिया है। इसके अलावा, उसके माता-पिता और एक महिला परिचित से भी पूछताछ की जा रही है।
स्वरगेट बस स्टैंड: सुरक्षा पर उठे सवाल
स्वरगेट बस स्टैंड पुणे का सबसे व्यस्त परिवहन केंद्र है, जहां रोजाना 60,000 से अधिक यात्री आते-जाते हैं और करीब 600 बसों का संचालन होता है। यह स्वरगेट पुलिस स्टेशन के ठीक सामने स्थित है, लेकिन इसके बावजूद यहां अपराध होना सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े करता है। यह बस स्टैंड मुंबई, सोलापुर, कोल्हापुर, सांगली, सतारा, कर्नाटक और गोवा जैसी जगहों से जुड़ा हुआ है, जहां से बड़ी संख्या में यात्री सफर करते हैं।
पीड़िता ने पुलिस को दी जानकारी, FIR दर्ज
पीड़िता, जो कि सतारा जिले के फलटन की रहने वाली है और पुणे के औंध में रहती है, एक निजी अस्पताल में प्री-ऑपरेटिव काउंसलर के रूप में कार्यरत है। उसने मंगलवार सुबह 9:30 बजे पुलिस को इस घटना की जानकारी दी, जिसके बाद उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया और उसी शाम एफआईआर दर्ज की गई।
पहले से था आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस के अनुसार, गाडे का अपराध जगत से पुराना नाता है। डीसीपी (ज़ोन-2) स्मार्तना पाटिल ने बताया कि शिक्रापुर और शिरूर पुलिस स्टेशनों में उस पर चोरी और लूट के मामले दर्ज हैं। सीसीटीवी फुटेज में वह पीड़िता के साथ बस से बाहर निकलते हुए देखा गया था। पुलिस का मानना है कि वह बैग चोरी करने के इरादे से बस स्टैंड पर घूम रहा था, लेकिन फिर इस वारदात को अंजाम दिया।
परिवहन विभाग ने दिए जांच के आदेश
घटना के बाद महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सर्नाईक ने सहायक ट्रैफिक अधीक्षक और स्वरगेट डिपो मैनेजर के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बस स्टैंड पर सुरक्षा इंतजामों में कहां लापरवाही हुई।
इस घटना ने पुणे में सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी कर दी हैं। हालांकि, पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है।
(नवभारत न्यूज़ 24×7 की विशेष रिपोर्ट)





