गिर वन्यजीव अभयारण्य में जीप सफारी के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ कई मंत्री और वरिष्ठ वन अधिकारी भी साथ रहे।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार सुबह गुजरात के जूनागढ़ स्थित गिर वन्यजीव अभयारण्य में शेर सफारी का अनुभव लिया। विश्व वन्यजीव दिवस के मौके पर उन्होंने गिर के जंगलों की सुंदरता को निहारा और एशियाई शेरों की तस्वीरें भी अपने कैमरे में कैद कीं। इस सफारी के दौरान उनके साथ कुछ मंत्री और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। बाद में उन्होंने अपनी इस यात्रा की कुछ झलकियां सोशल मीडिया पर साझा कीं।
Today, on #WorldWildlifeDay, let’s reiterate our commitment to protect and preserve the incredible biodiversity of our planet. Every species plays a vital role—let’s safeguard their future for generations to come!
— Narendra Modi (@narendramodi) March 3, 2025
We also take pride in India’s contributions towards preserving… pic.twitter.com/qtZdJlXskA
पीएम मोदी ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, “आज विश्व वन्यजीव दिवस पर गिर में सफारी का अवसर मिला। यह वही स्थान है, जहां एशियाई शेर स्वच्छंद रूप से विचरण करते हैं। जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब हमने इस क्षेत्र के संरक्षण के लिए कई प्रयास किए थे। गिर आकर वे यादें फिर ताजा हो गईं।”
गिर में बढ़ रही एशियाई शेरों की संख्या
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि बीते वर्षों में सामूहिक प्रयासों से गिर में एशियाई शेरों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है। उन्होंने यहां के स्थानीय समुदायों और महिलाओं की सराहना की, जो शेरों के प्राकृतिक आवास को संरक्षित करने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2010 में गिर में 411 एशियाई शेर थे, जो 2015 में बढ़कर 523 और 2020 में 674 तक पहुंच गए। वहीं, इन शेरों का आवास क्षेत्र भी 2015 में 22,000 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 2020 में 30,000 वर्ग किलोमीटर हो गया।
‘प्रोजेक्ट लायन’ से शेरों का संरक्षण
गुजरात के गिर जंगल एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक निवास हैं। केंद्र सरकार ने यहां ‘प्रोजेक्ट लायन’ लागू किया है, जिसका उद्देश्य शेरों के आवास को सुरक्षित करना, उनकी बढ़ती आबादी का बेहतर प्रबंधन करना और स्थानीय समुदायों को इस संरक्षण अभियान में शामिल करना है। इस परियोजना के तहत भारत को बड़े जंगली जानवरों की बीमारियों के निदान और उपचार के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने पर भी जोर दिया जा रहा है।
गिर आने का दिया न्योता
प्रधानमंत्री मोदी ने गिर की खूबसूरती को लेकर लोगों से यहां घूमने आने की अपील करते हुए लिखा, “गिर आएं, यहां के अनोखे वन्यजीवों को देखें और प्रकृति के इस अद्भुत नजारे का आनंद लें।” उन्होंने अपनी खींची हुई कुछ तस्वीरें भी साझा करते हुए लिखा, “आज सुबह मैंने फोटोग्राफी करने की भी कोशिश की।”
राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक में लेंगे हिस्सा
सासन गिर में पीएम मोदी राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) की सातवीं बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे। इस बैठक में वन्यजीव संरक्षण और जैव विविधता को लेकर कई अहम फैसले लिए जाने की संभावना है। बैठक के बाद वे महिला वनरक्षकों से भी बातचीत करेंगे और उनके अनुभवों को जानेंगे।
प्रधानमंत्री का यह दौरा वन्यजीव संरक्षण को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। गिर के शेर केवल गुजरात ही नहीं, बल्कि पूरे भारत की धरोहर हैं, और सरकार के निरंतर प्रयासों से इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है।
(नवभारत न्यूज़ 24×7 की विशेष रिपोर्ट)





