छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती 2025: मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मतिथि को लेकर इतिहासकारों में अलग-अलग मत हैं—कुछ 19 फरवरी 1630 को सही मानते हैं, तो कुछ 6 अप्रैल 1627 को। हालांकि, महाराष्ट्र सरकार हर साल 19 फरवरी को शिव जयंती के रूप में मनाती है। इसी वजह से आज, गुरुवार को महाराष्ट्र में बैंक बंद रहेंगे।

मुंबई: छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पूरे महाराष्ट्र में बड़े जोश और श्रद्धा के साथ मनाई जाती है। यह सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि उस महान योद्धा को सम्मान देने का दिन है, जिन्होंने अपने साहस और सूझबूझ से स्वराज की नींव रखी। उनकी नीतियां और नेतृत्व आज भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा हैं।
शिवाजी महाराज की जन्मतिथि को लेकर मतभेद
ऐसा माना जाता है कि शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को पुणे के शिवनेरी किले में हुआ था। हालांकि, कुछ इतिहासकार उनकी जन्मतिथि 6 अप्रैल 1627 मानते हैं। महाराष्ट्र सरकार आधिकारिक तौर पर 19 फरवरी को शिवाजी जयंती मनाती है, जो पुराने अंग्रेजी कैलेंडर के आधार पर तय की गई थी।
शिवाजी महाराज: एक बहादुर योद्धा और आदर्श शासक
शिवाजी महाराज ने मराठा साम्राज्य की नींव रखी और स्वराज की सोच को साकार किया। उन्होंने बाहरी हमलावरों से लोहा लिया और एक मजबूत और न्यायपूर्ण शासन की मिसाल पेश की। उनकी युद्ध की रणनीतियां और दुश्मनों से निपटने का तरीका आज भी मिसाल के तौर पर देखा जाता है।
शिवाजी जयंती मनाने की परंपरा 1870 में शुरू हुई, जब महात्मा ज्योतिराव फुले ने उनकी समाधि की खोज की। इसके बाद, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने इस परंपरा को और आगे बढ़ाया और इसे लोगों में जागरूकता फैलाने का जरिया बनाया।
शिवाजी जयंती का महत्व
शिवाजी महाराज सिर्फ एक बहादुर योद्धा ही नहीं थे, बल्कि वे लोगों की भलाई के लिए सोचने वाले शासक भी थे। वे अपनी भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देते थे और जनता के हित को सबसे ऊपर रखते थे।
शिवाजी जयंती सिर्फ इतिहास को याद करने का मौका नहीं, बल्कि उनके विचारों से सीखने और उन्हें अपने जीवन में उतारने का समय भी है। उनके बताए रास्ते पर चलकर हम एक बेहतर समाज बना सकते हैं।
महाराष्ट्र में आज बैंक रहेंगे बंद
छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती के मौके पर महाराष्ट्र में सभी बैंक बंद रहेंगे, जबकि बाकी राज्यों में बैंक खुले रहेंगे। हालांकि, ऑनलाइन बैंकिंग और डिजिटल पेमेंट की सुविधाएं पहले की तरह ही चालू रहेंगी, जिससे लोग बिना किसी दिक्कत के अपने लेन-देन कर सकेंगे।
जय भवानी! जय शिवाजी!





