पटना जिले के मोकामा में पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह और स्थानीय अपराधियों सोनू और मोनू के बीच टकराव ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें कई राउंड फायरिंग हुई। बताया जा रहा है कि विवाद की शुरुआत बकाया पैसे को लेकर हुई थी, लेकिन पुलिस पर अपराधियों को नजरअंदाज करने के आरोपों ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। अनंत सिंह ने स्थानीय लोगों के साथ खड़े होकर इस चुनौती का सामना करने की बात कही है, जबकि पुलिस मामले की तहकीकात और कार्रवाई में जुटी है।

नई दिल्ली: पटना जिले के मोकामा के पचमहला थाना क्षेत्र में बुधवार शाम को एक विवाद के चलते कई राउंड फायरिंग हुई।
इस झगड़े में पूर्व मोकामा विधायक अनंत कुमार सिंह और स्थानीय अपराधियों सोनू और मोनू के नेतृत्व में एक गिरोह शामिल था।
अनंत सिंह के मुताबिक, विवाद बकाया राशि को लेकर हुआ, जिसके बाद उनके समर्थकों पर हमला किया गया, और इसके बाद जवाबी फायरिंग की गई।
गुरुवार को मीडिया एजेंसी ANI से बात करते हुए सिंह ने सोनू और मोनू पर अपहरण और चोरी जैसे गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पिता एक कुख्यात डकैत हैं, जो अक्सर हथियार लेकर घूमते हैं।
सिंह ने कहा, “अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती, तो मुझे कोई चिंता नहीं होती। लेकिन पुलिस सिर्फ पैसे लेकर कुछ नहीं करती है। सोनू और मोनू खुद को पुलिस प्रमुख समझते हैं। मैं लोगों के साथ हूं, मुझे किसी भी मामले की परवाह नहीं।”
इस घटना के बारे में सिंह ने आगे कहा, “यह पहली बार नहीं हो रहा है। ऐसे हमले महीनों से हो रहे हैं। हर बार जब हम विरोध करते हैं, सोनू-मोनू और उनका गिरोह हंगामा करते हैं। उन्हें लगता है कि वे कानून से ऊपर हैं, क्योंकि पुलिस उनकी हरकतों को नजरअंदाज करती है। लेकिन अब लोग थक चुके हैं। हम अब चुप नहीं रहेंगे। मैं जनता के साथ हूं, और हम मिलकर इस समस्या का समाधान करेंगे।”
पटना ग्रामीण एसपी विक्रम सिंहा ने बताया कि यह घटना जलालपुर गांव के दो निवासियों, सोनू और मोनू, द्वारा एक वित्तीय विवाद के कारण स्थानीय व्यापारी मुकेश कुमार पर हमला किए जाने से शुरू हुई।
सिंह के समर्थकों द्वारा हस्तक्षेप करने के बावजूद विवाद बढ़ते गए और इसके परिणामस्वरूप फायरिंग हुई। पुलिस ने घटना में शामिल व्यक्तियों की पहचान कर ली है और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है।
सोनू और मोनू, जिनका आपराधिक इतिहास बहुत लंबा है, अपहरण, फिरौती और ट्रेन डकैती जैसे गंभीर अपराधों में वांछित हैं।
इनके पिता, जो एक वकील हैं, का भी आपराधिक बैकग्राउंड है, जिससे इलाके में तनाव और बढ़ गया है।





