हरियाणा नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने 10 में से 9 सीटें जीतकर अपनी ताकत दिखाई, जबकि कांग्रेस पहली बार अपने चुनाव चिन्ह पर लड़ने के बावजूद खाता भी नहीं खोल पाई।

हरियाणा विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने नगर निगम चुनावों में भी अपना वर्चस्व बनाए रखा। 10 में से 9 नगर निगमों में बीजेपी के मेयर प्रत्याशी विजयी रहे। खास बात यह रही कि रोहतक, जिसे कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है, वहां भी बीजेपी ने जीत दर्ज की।
बीजेपी ने अंबाला, गुरुग्राम, सोनीपत, रोहतक, करनाल, फरीदाबाद, पानीपत, हिसार और यमुनानगर में मेयर पद पर जीत हासिल की। सिर्फ मानेसर में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा, जहां निर्दलीय उम्मीदवार इंदरजीत यादव ने बीजेपी के सुंदर लाल को हराया।
अहम चुनावी नतीजे
- अंबाला: बीजेपी की शैलजा सचदेवा ने कांग्रेस की अमीषा चावला को 20,487 वोटों से हराया।
- गुरुग्राम: बीजेपी की राज रानी ने कांग्रेस प्रत्याशी को 1,79,485 वोटों के बड़े अंतर से हराया।
- फरीदाबाद: बीजेपी के प्रवीण बत्रा जोशी ने 3,16,852 वोट पाकर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।
- रोहतक: कांग्रेस के गढ़ में बीजेपी के राम अवतार ने कांग्रेस के सूरजमल किलोई को हराया।
कांग्रेस और बीजेपी की प्रतिक्रियाएं
भूपिंदर सिंह हुड्डा ने हार को तवज्जो न देते हुए कहा, “पहले भी नगर निगमों में बीजेपी का दबदबा था, इसलिए इस हार से हमें ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।”
वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा, “यह बीजेपी की ‘ट्रिपल-इंजन’ सरकार की जीत है, जिसने जनता के विकास के लिए काम किया।”
राजनीतिक परिदृश्य पर प्रभाव
इस चुनाव में क्षेत्रीय दलों जैसे आईएनएलडी, आप और जेजेपी की भूमिका नगण्य रही। बीजेपी की यह जीत बताती है कि 10 साल की सत्ता के बावजूद शहरी क्षेत्रों में पार्टी की पकड़ मजबूत बनी हुई है।
(नवभारत न्यूज़ 24×7 की विशेष रिपोर्ट)