
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने सोमवार को इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) और इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC) को नवरत्न पीएसयू (Navratna PSU) का दर्जा प्रदान किया। इस फैसले के साथ ही भारतीय रेलवे के तहत सात सूचीबद्ध सार्वजनिक कंपनियां नवरत्न का दर्जा प्राप्त कर चुकी हैं, जिससे इनकी स्वायत्तता और कार्यक्षमता में इजाफा होगा।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि 2014 के बाद से रेलवे की सभी सूचीबद्ध सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (CPSE) को नवरत्न का दर्जा मिल चुका है। जुलाई 2014 में कॉनकोर (Concor) इस सूची में शामिल होने वाली पहली कंपनी बनी थी। इससे पहले, आरवीएनएल (RVNL), आईआरसीओएन (IRCON), राइट्स (RITES) और रेलटेल (RailTel) को यह दर्जा दिया जा चुका था।
आईआरसीटीसी को कैसे होगा फायदा?
आईआरसीटीसी भारतीय रेलवे की महत्वपूर्ण इकाई है, जो ऑनलाइन टिकट बुकिंग, ट्रेन में खानपान सेवाएं (कैटरिंग) और पर्यटन सेवाएं उपलब्ध कराती है। हर दिन लाखों यात्री इसके माध्यम से टिकट बुक करते हैं, और रेलवे में खानपान और अन्य सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने में इसका अहम योगदान है।
आईआरसीटीसी का वित्तीय प्रदर्शन:
- वित्त वर्ष 2023-24 में कुल कारोबार: ₹4,270 करोड़
- कर पश्चात लाभ (Profit after Tax): ₹1,111 करोड़
- कुल नेटवर्थ: ₹3,230 करोड़
अब नवरत्न का दर्जा मिलने के बाद, आईआरसीटीसी अपने विस्तार और नई सेवाओं की शुरुआत के लिए स्वतंत्र रूप से निर्णय ले सकेगा। यह फैसला रेलवे यात्रियों को बेहतर सेवाएं देने और तकनीकी सुधारों को बढ़ावा देने में सहायक होगा।
नवरत्न पीएसयू का महत्व
नवरत्न कंपनियों को 1,000 करोड़ रुपये तक या उनकी कुल नेटवर्थ के 15% तक का निवेश सरकारी मंजूरी के बिना करने की अनुमति होती है। इससे वे अपने व्यवसाय को विस्तार देने और नई परियोजनाओं में तेजी से निवेश करने में सक्षम होती हैं।
रेलवे सीपीएसई की मुनाफे में बढ़ोतरी
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सभी रेलवे सीपीएसई लाभ में हैं और इनका कुल मुनाफा वित्त वर्ष 2020-21 में ₹7,015 करोड़ था, जो 2023-24 में बढ़कर ₹11,780 करोड़ हो गया। इससे यह साफ है कि रेलवे की सार्वजनिक कंपनियां लगातार मजबूत हो रही हैं और आर्थिक रूप से सुदृढ़ स्थिति में हैं।
रेलवे क्षेत्र को मिलेगा बड़ा फायदा
विशेषज्ञों का मानना है कि आईआरसीटीसी और आईआरएफसी को नवरत्न का दर्जा मिलने से रेलवे क्षेत्र में बड़े निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी। इससे रेलवे सेवाओं का विस्तार होगा और यात्रियों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी।
(नवभारत न्यूज़ 24×7 की विशेष रिपोर्ट)





