
नई दिल्ली: यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर रणवीर अल्लाहबादिया, जो ‘इंडिया गॉट लेटेंट’ जोक मामले में महाराष्ट्र, गुवाहाटी और जयपुर पुलिस द्वारा FIR में नामित किए गए हैं, अभी तक किसी भी जांच एजेंसी से संपर्क नहीं कर पाए हैं। मुंबई और गुवाहाटी पुलिस ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि रणवीर लगातार जांच से बच रहे हैं और उनका किसी भी एजेंसी से संपर्क नहीं हो पाया है।
पुलिस ने बताया कि “अल्लाहबादिया ने अब तक किसी भी एजेंसी से बात नहीं की है।” महाराष्ट्र साइबर विभाग ने उन्हें 24 फरवरी को पेश होने का आदेश दिया है। इसके अलावा, गुवाहाटी और जयपुर पुलिस ने भी उनके खिलाफ मामले दर्ज किए हैं, लेकिन वे इनसे भी संपर्क में नहीं आए हैं।
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इस बीच, रणवीर अल्लाहबादिया की FIR के खिलाफ याचिका पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन कोटिस्वर सिंह की बेंच करेगी। शुक्रवार को अल्लाहबादिया के वकील ने इस मामले की जल्दी सुनवाई की अपील की थी।
चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने इस पर कहा था, “बेंच तय कर दी गई है और यह मामला दो-तीन दिनों में सुना जाएगा,” जब चंद्रचूड ने बताया कि असम पुलिस ने रणवीर को जांच में शामिल होने के लिए समन भेजा है।
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इस मामले में रणवीर अल्लाहबादिया और रैना के अलावा, असम पुलिस ने आशिष चंचलानी, जसप्रीत सिंह और अपूर्वा मखीजा का भी नाम लिया है।
पृष्ठभूमि: ‘इंडिया गॉट लेटेंट’ जोक का मामला सोशल मीडिया पर फैलने के बाद विवाद का रूप ले चुका है, और अब यह कई बड़े इन्फ्लुएंसर के लिए परेशानी का कारण बन गया है।





