
अगरतला, 15 फरवरी 2025: त्रिपुरा सांतिनिकेतन मेडिकल कॉलेज (TSMC) ने अपने पहले ही साल में एक शानदार उपलब्धि हासिल की है। कॉलेज को राज्यभर में सबसे ज्यादा छात्र लेने के लिए भारत बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज हुआ है। ये खास सम्मान आज कॉलेज में हुए एक समारोह में दिया गया, जो राज्य के मेडिकल शिक्षा के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
इस मौके पर कई खास लोग मौजूद थे, जिनमें भारत बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के डॉक्टर यश गौतम, पश्चिम त्रिपुरा के जिला मजिस्ट्रेट डॉक्टर विशाल कुमार, त्रिपुरा में बांगलादेश के सहायक उच्चायुक्त अरिफ मोहम्मद और कॉलेज के शिक्षक शामिल थे। यह पुरस्कार कॉलेज के डॉक्टर नीलरतन मजुमदार को मिला।
कॉलेज, जो 2024 में शुरू हुआ था, ने पहले ही साल में शानदार सफलता हासिल की। इसमें 21 राज्यों से छात्रों ने प्रवेश लिया, जिनमें त्रिपुरा से 47 छात्र हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र, नगालैंड, दिल्ली, ओडिशा, पंजाब, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तराखंड जैसे राज्यों से भी छात्रों ने प्रवेश लिया।
“यह रिकॉर्ड सिर्फ हमारे कॉलेज का ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य त्रिपुरा का सम्मान है,” कॉलेज के अध्यक्ष डॉक्टर मलय पिट ने कहा। “हम शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं, और यह मान्यता हमारे इस प्रयास को और ताकत देती है,” उन्होंने बताया।
समारोह के दौरान छात्रों और शिक्षकों का उत्साह बहुत देखने को मिला। छात्रों ने कॉलेज में आए विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विविधता को दिखाने के लिए खूब रंगारंग कार्यक्रम किए, जो यह बताते हैं कि कॉलेज अब पूरे देश में प्रसिद्ध हो रहा है।
“यह एक छोटे राज्य के लिए बड़ी सफलता है,” डॉक्टर विशाल कुमार, पश्चिम त्रिपुरा के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा। “यह संस्थान त्रिपुरा के लिए एक नई शुरुआत लेकर आया है। इससे न सिर्फ शिक्षा, बल्कि राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार होगा,” उन्होंने कहा।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस रिकॉर्ड से त्रिपुरा को एक बड़ी पहचान मिलेगी। छात्रों की प्रतिक्रिया और दिलचस्पी से यह साफ है कि ये संस्थान आने वाले समय में और भी ऊंचाइयों को छुएगा।
“यह सम्मान हमारी मेहनत का नतीजा है। हम भरोसा रखते हैं कि यह सिर्फ शुरुआत है, और आने वाले वक्त में हम और बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे,” डॉक्टर पिट ने कहा।
इस तरह, त्रिपुरा सांतिनिकेतन मेडिकल कॉलेज ने अपने पहले साल में एक नया रिकॉर्ड बनाकर यह साबित किया है कि वह मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में एक अहम नाम बन चुका है।







