अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप स्टील और एल्यूमीनियम के आयात पर **फिर से 25% टैक्स लगाने** की तैयारी कर रहे हैं, जिससे भारतीय स्टील उद्योग को कड़ी प्रतिस्पर्धा और आपूर्ति अधिक होने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, **भारत का मजबूत घरेलू बाजार** इस प्रभाव को काफी हद तक संभाल सकता है।

नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्टील और एल्यूमीनियम के आयात पर 25% टैक्स लगाने का फैसला किया है। इससे भारतीय स्टील कारोबार को मुश्किलें हो सकती हैं। इस फैसले का यूरोप, चीन और कई अन्य देशों ने विरोध किया है, क्योंकि इससे वैश्विक व्यापार पर बुरा असर पड़ सकता है।
भारत के स्टील कारोबार पर असर पड़ेगा?
वैश्विक एजेंसी मूडीज के अनुसार, यह नया टैक्स भारतीय कंपनियों के लिए बुरी खबर हो सकता है। भारतीय स्टील उद्योग पहले ही गिरती कीमतों और भारी आयात के कारण दबाव में है, और अब अमेरिका को निर्यात करना और कठिन हो जाएगा।
मूडीज की विशेषज्ञ हुई टिंग सिम ने कहा, “नए नियमों के कारण अमेरिका में स्टील का आयात कम होगा, जिससे बाकी देशों के लिए स्टील बेचना मुश्किल हो जाएगा, और भारतीय कंपनियों को भी दिक्कत आएगी।”
अमेरिका कितना स्टील खरीदता है?
ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) के अनुसार, 2018 के व्यापार विवाद के बावजूद अमेरिका में स्टील और एल्यूमीनियम का आयात बढ़ा है।
- 2024 में अमेरिका ने $33 अरब (करीब 2.75 लाख करोड़ रुपये) का स्टील खरीदा, जो 2018 में $31.1 अरब था।
- कनाडा, ब्राजील और मैक्सिको अमेरिका को सबसे ज्यादा स्टील बेचते हैं।
- भारत और चीन से अमेरिका का स्टील आयात बहुत कम है, भारत से सिर्फ 450 मिलियन डॉलर (करीब 3,700 करोड़ रुपये) का स्टील गया।
GTRI के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा, “ट्रंप का यह फैसला 2018 की तरह व्यापारिक दबाव बनाने के लिए हो सकता है। इससे अमेरिका और दूसरे देशों के बीच व्यापार विवाद बढ़ सकता है।”
क्या भारतीय कंपनियों को चिंता करने की जरूरत है?
भारत सरकार का मानना है कि इस फैसले से देश के स्टील कारोबार पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
इस्पात सचिव संदीप पौंड़रिक ने कहा, “हम हर साल 145 मिलियन टन स्टील बनाते हैं, लेकिन अमेरिका को सिर्फ 95,000 टन भेजते हैं। अगर यह निर्यात बंद भी हो जाए, तो इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत में स्टील की मांग बढ़ रही है, इसलिए कंपनियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।
क्या 2018 जैसा व्यापार युद्ध फिर होगा?
2018 में भी ट्रंप ने स्टील पर 25% और एल्यूमीनियम पर 10% टैक्स लगाया था। इसके जवाब में भारत ने अमेरिका के 28 उत्पादों पर टैक्स बढ़ा दिया था।
हालांकि, 2023 में अमेरिका ने भारत से स्टील और एल्यूमीनियम पर लगाया गया टैक्स हटा लिया था। यह समझौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान हुआ था।
अब, जब ट्रंप फिर से सख्त व्यापार नीति अपना रहे हैं, तो विशेषज्ञों का कहना है कि इससे व्यापारिक तनाव फिर से बढ़ सकता है।
आगे क्या होगा?
अमेरिका के इस नए फैसले का भारत पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि हमारा बाजार मजबूत है। लेकिन अगर यह व्यापारिक विवाद और बढ़ता है, तो भारत को भी जवाबी कदम उठाने पड़ सकते हैं। अब सभी की नजर इस पर रहेगी कि अमेरिका इस नियम को कैसे लागू करता है और इसका दुनिया पर क्या असर पड़ता है।







